खराब मौसम के कारण केदारनाथ से वापस लौट रहा हेलिकॉप्टर क्रैश, पायलट समेत सात की मौत

मृतकों में दो साल का बच्चा भी शामिल, फिलहाल हेलिकॉप्टर सर्विस पर लगाई रोक

DESK THE CITY NEWS

देहरादून। समय सुबह करीब 5ः18 बजे, छह यात्रियों को लेकर आर्यन एवियेशन के हेलिकॉप्टर ने केदारनाथ से गौरीकुंड फाटा के लिए उड़ान भरी, उड़ान भरने के दो मिनट बाद ही मौसम खराब और विजिबिलिटी शून्य होने के कारण 5ः20 पर हेलिकॉप्टर गौरीकुंड के पास गौरीमाई खर्क के जंगल में क्रैश हो गया। जिसमें दो साल के बच्चे और पायलट समेत सात लोगों की मौत हो गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। वहीं आर्यन एवियेशन कंपनी के मैनेजर के खिलाफ थाना सोनप्रयाग में अभियोग पंजीकृत किया गया है।

 

इन यात्रियों की गई जान

पायलट राजवीर सिंह (जयपुर, राजस्थान)
विक्रम सिंह रावत (ऊखीमठ, उत्तराखंड)
विनोद देवी (उत्तर प्रदेश)
तृष्टि सिंह (उत्तर प्रदेश)
राजकुमार सुरेश (गुजरात)
श्रद्धा राजकुमार जायसवाल (महाराष्ट्र)
काशी (महाराष्ट्र)

पांच किमी पैदल चलकर पहुंची रेस्क्यू टीम

हेलिकॉप्टर गौरीकुंड के जंगल में ऐसी जगह क्रैश हुआ, जहां तक रेस्क्यू टीम को पहुंचने के लिए करीब पांच किमी पैदल चलना पड़ा। इसके बाद मौके पर पहुंची टीम ने हेलिकॉप्टर में फंसे शवों को निकालना शुरू किया। आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने बताया कि आग में झुलसने की वजह से शवों की पहचान करने में मुश्किल हुई। जिसके चलते मृतकों का डीएनए टेस्ट कराया गया, उसके बाद ही शव परिजन को सौंपें गए।

आर्यन ऐवियेशन कंपनी के मैनेजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज

थाना सोनप्रयाग में आर्यन ऐवियेशन कंपनी के दो मैनेजरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार खराब मौसम के बावजूद एसओपी का पालन न करने पर आर्यन ऐवियेशन कंपनी के मैनेजर विकास तोमर और एकाउंटेबल मैनेजर कौशल पाठक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

मार्ग क्षतिग्रस्त, केदारनाथ यात्रा रोकी

इधर, जंगलचट्टी के पास खड्ड में मलबा और पत्थर गिरने से श्री बाबा केदारनाथ धाम जाने वाला रास्ता क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके बाद सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम जाने वाले रूट को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है। पैदल मार्ग से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं, जिनमें सड़क क्षतिग्रस्त होने से पहले केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो चुके श्रद्धालु भी शामिल हैं, उनकी प्रभावी सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।

हादसे पर हादसे, जांच के पन्ने अभी भी कोरे

विगत माह भी एक हेलिकॉप्टर गंगोत्री धाम जाते समय क्रैश हो गया था। जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी। यह हेलिकॉप्टर गुजरात की अहमदाबाद बेस्ड एरोटांस सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का था। इसके साथ ही उत्तराखंड के केदारनाथ में 17 मई को एयर एंबुलेंस हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। हेलिकॉप्टर में तीन लोग पायलट, डॉक्टर और नर्स सवार थे। तीनों सुरक्षित बच गए थे। यह हेलिकॉप्टर ऋषिकेश एम्स से मरीज को लेने केदारनाथ आ रहा था। तभी लैंडिंग के वक्त अचानक बेकाबू होकर जमीन पर गिर गया। हादसा हेलिकॉप्टर की टेल बान टूटने से हुआ था। तीन दिन पूर्व ही एक हेलिकॉप्टर की ईमरजेंसी लैंडिंग सड़क पर हुई थी। इन सभी हादसों की जांच की बात तो की गई थी, लेकिन अभी भी जांच के पन्ने कोरे ही हैं।

दो पायलटों का लाइसेंस छह माह के लिए सस्पेंड

उत्तराखंड में चार धाम यात्रा कराने वाली हेलिकॉप्टर कंपनियां और इनके पायलट लोगों की जिंदगियों को दांव पर लगाते हुए खराब मौसम में भी उड़ान भर रहे हैं। इसी तरह के दो अलग-अलग मामलों में दो पायलटों के लाइसेंस छह महीने के लिए सस्पेंड किए गए हैं। आरोप है कि दोनों पायलट खराब मौसम की स्थिति में जानबूझकर अपनी और लोगों की जिंदगियों को खतरे में डालते हुए उड़ान भर रहे थे। केंद्रीय नागर विमानन मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि पायलट कैप्टन योगेश ग्रेवाल और कैप्टन जितेंद्र हरजाई के लाइसेंस छह माह के लिए सस्पेंड किए गए हैं।

प्रधानमंत्री सहित गृृहमंत्री व उड्डयन मंत्री ने ली जानकारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ने साइप्रस से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। प्रधानमंत्री ने इस दुखद घटना में दिवंगत हुए लोगों के प्रति गहरी संवेदना और शोक व्यक्त किया। मृतकों के परिजनों को इस दुख को सहने की शक्ति हेतु प्रार्थना की।उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फ़ोन पर केदारनाथ हेली दुर्घटना की जानकारी ली और केंद्र से हर संभव सहयोग के प्रति आश्वस्त किया।

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