भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के एक और सदस्य को उत्तराखण्ड एसटीएफ ने हरियाणा से किया गिरफ़्तार

सुमित तिवारी, उत्तराखंड प्रहरी ब्यूरो
देहरादून। भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून में मल्टी टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) पद के लिए परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हैं, जबकि​ गिरोह के चार सदस्यों को पहले ही जेल भेजा चुका है। कुछ नए नाम भी सामने आए है, जिनकी तलाश जारी है। गिरोह आधुनिक डिवाइसों का उपयोग कर नकल कराते थे।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि विगत वर्ष थाना पटेलनगर पर डॉ सुरेश कुमार भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून ने 17 सितंबर— 2023 को प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि मल्टी टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) पद के लिए परीक्षा का आयोजन राजाराम मोहन राय पब्लिक स्कूल पटेलनगर में आयोजित किया गया था। जिसकी द्वितीय पारी में परीक्षा के दौरान दो अभ्यर्थियों की गतिविधि संदिग्ध पाये जाने एवं उनकी चैकिंग करने पर उनके कान से एक छोटा इयर फोन व छाती पर कमीज के नीचे से कैमरे से युक्त एक ईलेक्ट्रनिक डिवाईस एवं मेज के नीचे से एक और ईलैक्ट्रॉनिक डिवाईस, जिस पर मोबाईल कम्पनी का सिम लगा हुआ था, बरामद हुई थी। इस सूचना पर थाना पटेलनगर देहरादून में अभियोग पंजीकृत होकर तत्समय परीक्षा देते हुए पकड़े गए दोनो अभ्यर्थियों नवराज पुत्र ईश्वर निवासी जीन्द, हरियाणा एवं प्रदीप पुत्र हरेन्द्र मोर निवासी जीन्द हरियाणा को गिरप्तार कर जेल भेजा गया।
मामले में किसी बड़े संगठित गिरोह के संलिप्त होने तथा परीक्षा में नकल कराये जाने की गम्भीरता को देखते हुये इस मामले की विवेचना को पुलिस मुख्यालय के द्वारा उत्तराखण्ड एसटीएफ को सुपुर्द की गयी। मामले की विवेचना कर एसटीएफ के निरीक्षक सुधीर कुमार द्वारा विवेचना से पाया कि इस मामले में पकड़ा गया दूसरा अभ्यर्थी प्रदीप पुत्र हरेन्द्र किसी अन्य अभ्यर्थि मोहित मोर्य के नाम से परीक्षा दे रहा था तथा इस मामले में अन्य दो सदस्य सोनू पुत्र शीशपाल निवासी कैथल हरियााण एवं पवन पुत्र सुरेन्द्र जीन्द हरियाणा के नाम प्रकाश में आये। तत्समय इस गिरोह के सदस्यों की गिरप्तारी के लिए उत्तराखण्ड एसटीएफ द्वारा हरियाणा में दबिश दी गयी तो वहां से फरार हो गये इस पर एसटीएफ द्वारा इनकी गिरप्तारी के वारण्ट जारी कराये गये साथ ही *मोहित मोर, पवन वासी और सोनू सिंह की गिरप्तारी के लिये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा प्रत्येक पर 15-15 हजार रूपये ईनाम की घोषणा की गयी थी। जिस पर उत्तराखण्ड एसटीएफ द्वारा सोनू सिंह को पिछले महीने हरियाणा के कैथल से गिरफ्तार किया गया एव उत्तराखण्ड एसटीएफ की गिरफ़्तारी के डर से मोहित मोर द्वारा न्यायालय देहरादून में समर्पण किया जा चुका है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि ईनामी पवन वासी पुत्र सुरेन्द्र वासी के सम्बन्ध में एसटीएफ कार्यालय में सूचना मिलने पर एसटीएफ की टीम को 06 अगस्त को जनपद जींद, हरियाणा में भेजा गया जहां पर उसे रोहतक एसटीएफ के साथ संयुक्त ऑपरेशन करते हुए थाना उचाना से गिरप्तार करने में सफलता मिली है। जिसको गिरफ्तार कर देहरादून में न्यायालय में पेश किया गया। अभियुक्त ने पूछताछ में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है, जिन पर एसटीएफ इस मामले में आगे और लोगों की भी गिरफ़्तारी कर सकती है।
गिरफ्तार किए अभियुक्त का नाम-
पवन वासी पुत्र सुरेन्द्र वासी निवासी ग्राम छतर थाना छतर जनपद कैथल हरियाणा।
एसटीएफ उत्तराखण्ड की टीम का नाम-
एसआई विपिन बहुगुणा, एसआई नरोत्तम बिष्ट, एएसआई देवेन्द्र भारती, हेड कांस्टेबल देवेन्द्र मंमगाई, प्रमोद कुमार, कांस्टेबल रवि पन्त, नितिन कुमार, दीपक चन्दोला, कादर खान का सहयोग रहा।
एसटीएफ रोहतक की टीम का नाम-
इंस्पेक्टर नरेंद्रपाल इंचार्ज एसटीएफ रोहतक, एसआई अरविन्द एसटीएफ रोहतक, एचसी योगराज सिंह रोहतक, एचसी जितेंद्र, एचसी जोगिंदर, सीटी सोमबीर, सीटी सचिन का सहयोग रहा।

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