Dehradun: पुरानी पेंशन बहाली पर देहरादून जनपद के शिक्षकों और कर्मचारियों ने खुशी का इजहार करते हुए सरकार का आभार व्यक्त किया है। गौरतलब है कि पिछले सोलह वर्षों से पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्ष कर रहे तमाम विभागों के कर्मचारी और शिक्षकों को धामी सरकार ने दीपावली का तोहफा देते हुए उनकी पेंशन बहाली पर कैबिनेट में मुहर लगा दी। जिनको पूर्व में यानी कि सन् 2005 में नियुक्तियां मिलने में हुई देरी के चलते पुरानी पेंशन व्यवस्था से बंचित रह जाना पड़ा था। इसके बाद विभिन्न विभागों के शिक्षकों और कर्मचारियों ने लंबी लड़ाई लड़ते हुए पुरानी पेंशन बहाली की मांग करते रहे। यहीं नहीं बल्कि प्राथमिक से लेकर माध्यमिक शिक्षकों ने हाईकोर्ट के सिंगल तथा डबल बेंच में भी पैशन बहाली के लिए अपनी याचिकाएं भी दायर की थी और हाईकोर्ट के दोनों बैंचों का फैसला भी पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल रखने के निर्देश दिए थे लेकिन उस समय की सरकारों ने न्यायालय के निर्देश को भी दरकिनार रख दिया था। लेकिन कर्मचारी और शिक्षकों ने अपनी पुरानी पेंशन बहाली के लिए हार नहीं मानी एवं वे लगातार लड़ते रहे। सरकार को भी इन शिक्षको/कर्मचारियों की उक्त मांग को मानने हुए विगत सप्ताह हुए कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कर्मचारियों की पेंशन बहाली पर कैबिनेट में मुहर लगाते हुए शासनदेश जारी कर कर्मचारियों और शिक्षकों को दीपावली का तोहफा दिया। इस पर खुशी जताते हुए प्रकाश बिष्ट सुभाषिनी डिमरी शिक्षक सहकारी संघ के संचालक कुलदीप तोमर सुधीर आर्य खेमकरण छेत्री सतीश कपूरवान बलबीर पंवार नवीन आदि शिक्षक- शिक्षिकाओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उच्च शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत एवं पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी, विधायक धर्मपुर देहरादून विनोद चमोली सहित पूरी सरकार तथा राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ’धर्मेंद्र रावत’ का विशेषआभार व्यतक्त किया। जिन्होंने उक्त संघर्ष में अपनी सक्रिय भूमिका निभाई।