हरिद्वार, संवाददाता कालू वर्मा की रिपोर्ट, 13 मई 2022
विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल कहे जाने वाले हरिद्वार के हर की पौड़ी क्षेत्र में पूरे विश्व से श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए आते है। लेकिन यहाँ से जो वह संदेश लेकर जाते है उसके लिए जिम्मेदार कौन है ? यह सोचने का विषय है। क्योंकि हम बात कर रहे है हर की पौड़ी पर अतिक्रमण किये हुए भिखारीयों की।
हर की पौड़ी परिसर के आसपास के क्षेत्र में खुले में घूमते हुए भिखारी व संदिग्ध व्यक्ति आपको बड़ी तादात में मिल जाएंगे जिनका न तो कोई पुलिस वेरिफिकेशन होता है और न ही उनकी वस्तुस्थिति का ज्ञान पुलिस प्रशासन को होता है जिसका फायदा उठाकर वह दिन भर लोगों से भीख मांगते है। और उन पैसों से वह लोग हर की पौड़ी परिसर में जमकर नशा करते है।
सुबह के समय आप देखेंगे तो भिखारी, यात्रियों पर इस प्रकार हावी हो जाते है कि उनसे कई बार पैसों के लिए गाली गलौज व बतमीजी पर भी उतारू हो जाते है। जिनको हटाने के लिए पुलिस – प्रशासन भी इनके आगे बेबस नज़र आता है।
हर की पौड़ी क्षेत्र में चोरी उठाई गिरी की समस्याएं आम है जिनके ऊपर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। खाली व्यापारियों के अतिक्रमण से कुछ नही होगा इनके अतिक्रमण को भी लेकर भी पुलिस प्रशासन को अपनी आंखें खोलनी होंगी।
सुभाष घाट पर खुलेआम नशा होता है और खुलेआम पिया भी जा रहा है। गांजा पेपर भर के पिया जा रहा है कोई कहने सुनने वाला नहीं। इस ओर भी प्रशासन को अपना ध्यान देना अति आवश्यक है।