देहरादून: उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने आज सहकारी बैंक में नियुक्ति घोटाले को लेकर निबंधक कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया और निबंधक को ज्ञापन सौंपते हुए भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच करने की मांग की।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि सहकारी बैंकों में पुराने कर्मचारियों को परीक्षा में शामिल करते समय अनुभव के लिए निर्धारित 10 नंबर नहीं दिए गए तथा इन सभी को बाहर करके अपने चहेते कर्मचारियों को मनमाने तरीके से नियुक्तियां दी गई है।
सेमवाल ने कहा कि जिला सहकारी बैंक देहरादून में लगभग 10 वर्षो से आउटसोर्सिंग / संविदा के माध्यम से कार्यरत सहयोगी वर्ग के कर्मचारियों के साथ अन्याय को सहन नहीं किया जाएगा।केंद्रीय महिला मोर्चा अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल ने कहा कि बैंक में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर बैंक में पहले से ही कार्यरत अधिकारियों और नेताओं के रिश्तेदारों को गलत तरीके से नियुक्त किया गया है, उत्तराखंड क्रांति दल इसके खिलाफ जन आंदोलन करेगा।यूकेडी के केंद्रीय प्रवक्ता अनुपम खत्री ने मांग की कि इस घोटाले की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए।
यूकेडी के केंद्रीय संगठन सचिव अनिल डोभाल ने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारियों को बाहर किए जाने की साजिश की जा रही है। आरोप लगाया कि बैंक की नियुक्तियों भ्रष्टाचार की शिकायतों के कारण निबन्धक, सहकारी समितियां ने उक्त नियुक्तियों पर रोक लगा दी थी। इसके बावजूद तत्कालीन बैंक सचिव / महाप्रबन्धक द्वारा उक्त आदेशों की अवहेलना करते हुए आनन फानन में सभी चयनित अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र जारी कर उन्हें ज्वाइन भी करा दिया गया। यूकेडी सचिव सविता श्रीवास्तव ने निबंधक से मांग की कि जिला सहकारी बैंक में वर्ग-4 में हुई अनियमित नियुक्तियों को निरस्त किया जाए और आउटसोर्स कर्मचारियों द्वारा लम्बी अवधि तक बैंक में सेवा करने के अनुभव को दृष्टिगत रखते हुए वरीयता के आधार पर बैंक में वर्ग-4 में नियुक्ति प्रदान की जाए।
प्रदर्शन के दौरान उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल, केंद्रीय प्रवक्ता अनुपम खत्री, केंद्रीय महिला मोर्चा अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल, संगठन सचिव अनिल डोभाल, राजेंद्र गुसाई, मंजू रावत, सरोज रावत ,सविता श्रीवास्तव, संजीव शर्मा, देवेंद्र रावत, अनीता असवाल आदि दर्जनों आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।