हरिद्वार, 9 मई 2022
मैं कभी बतलाता नहीं पर अंधेरे से डरता हूं मैं मां, यूं तो मैं दिखलाता नहीं तेरी परवाह करता हूं मैं मां, तूझे सब है पता, है ना मां, तूझे सब है पता, मेरी मां…
कुछ ऐसी होती हैं मां, जिसे अपने बच्चों के बारे सब कुछ पता होता है लेकिन मां खामोशी से अपनी ममता की छाया में बच्चाें की दुनिया को समेटकर रखती है। देश के मशहूर संगीतकार एआर रहमान की धुनों पर तैयार इस गीत में मां की महानता को आत्मिक गहराइयों से लयबद्ध किया गया है। जिसे सुनने के बाद मां की ममता और महानता काे समझा जा सकता है।
वरिष्ठ समाजसेवी हिना शर्मा हरिद्वार के विभिन कार्यक्रमों में शिरखत करते हुए कहा की मां से बच्चे का रिश्ता दुनिया में सबसे अहम और अनमोल होता है। मां से रिश्ता होने के बाद ही एक बच्चा बड़ा होने तक अपने जीवन में कई और रिश्तों को अपना सकता है। मां की ममता और प्यार हर इंसान के लिए बहुत जरूरी होता है। मां बच्चे की हर जरूरत को बिना किसी स्वार्थ के पूरा करती हैं। वैसे तो मां अपने बच्चे पर अपना पूरा जीवन कुर्बान कर देती हैं। बच्चे की खुशी में खुश और तकलीफों में दर्द बांटती हैं। ऐसे में बच्चे अपनी मां के लिए कुछ खास करना चाहते हैं।
हिना शर्मा ने कहा कि मदर्स डे मां की इसी ममता और प्यार को सम्मान देने का दिन होता है। मां शब्द का वर्णन हमारे वेदों से लेकर सभ्यता संस्कृति में बेहद प्रमुखता से किया गया है। यही कारण है कि मां शब्द को किसी दिवस या प्रयोजन की जरुरत नहीं लेकिन आज की जरुरत और सेलिब्रेशन को मद्देनजर रखते हुए ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। शहर में बड़े ही उत्साह के साथ सभी स्कूलों व कालेजों में मदर्स डे का आयोजन किया गया। जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए गए।