हरिद्वार, 16 may 2022 :
संवाददाता कालू वर्मा / अशरफ अब्बासी / सुरेंद्र सैनी की रिपोर्ट
बुद्ध पूर्णिमा (वैशाख मास की पूर्णिमा) सोमवार को मनाई गई। हरिद्वार में लगभग लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने देश की सबसे पवित्र नदी गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। लोगों ने आस्था के साथ विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना कर दान-पुण्य किया। इस अवसर पर हर की पौड़ी व गंगा घाटों पर कई कार्यक्रम भी आयोजित किए गए ।
पं0 अंशुल श्रीकुंज ने बताया कि वाराणसी से प्रकाशित हृषीकेश पंचांग के अनुसार सोमवार को पूर्णिमा तिथि का मान दिन में 9:48 बजे तक रहेगा। वरियान योग और मित्र नामक औदायिक योग भी है। इस समय तक पूजा और दान बहुत श्रेष्ठ है। हिन्दू मान्यता के अनुसार, सभी महीनों में वैशाख का महीना भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है।
ज्योतिष की दृष्टि से भी इसका विशेष महत्व है। क्योंकि इस मास में सूर्य नारायण उच्च स्थिति में रहते हैं। वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की आराधना के साथ चंद्रदेव की भी पूजा की जाती है। इस दिन सत्यनारायण व्रत भी किया जाता है। इस दिन व्रत रहने से व्यक्ति के आत्मबल में वृद्धि होती है। ऐसी मान्यता है कि इसी दिन लुंबिनी नामक स्थान पर गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था।