जितेन्द्र आत्महत्या प्रकरण: चार और गिरफ्तार, परिजनों का आक्रोश और विपक्ष का हमला तेज
पौड़ी। जनपद पौड़ी के ग्राम तलसारी निवासी युवक जितेन्द्र कुमार की आत्महत्या प्रकरण अब गहरी राजनीतिक तूल पकड़ चुका है। परिजनों की तहरीर पर बीएनएस के तहत दर्ज मामले में शुरुआती कार्रवाई को लेकर पुलिस पर ढिलाई बरतने के आरोप लगे थे। मृतक के परिजनों का कहना है कि यदि तत्काल सख्त कार्रवाई की जाती, तो उन्हें बार-बार दर-दर की ठोकरें नहीं खानी पड़तीं।
मुख्य अभियुक्त हिमांशु चमोली को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। वहीं, अब पुलिस ने चार और अभियुक्तों शुभंम खण्डूरी (29 वर्ष, कोठारी मोहल्ला, डोईवाला), गौरव काम्बोज (बुलावाला, डोईवाला), विकास शाह (41 वर्ष, हरिद्वार रोड, भानियावाला तिराहा, देहरादून) और अभिषेक गैरोला (25 वर्ष, बड़कोट, रानीपोखरी, देहरादून) को गिरफ्तार कर लिया है। इन्हें न्यायालय में पेश कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने स्पष्ट किया कि इस मामले में कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, “जो भी व्यक्ति प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस प्रकरण में शामिल पाए जाएंगे, उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
विपक्ष ने सरकार को घेरना किया शुरू
विपक्ष ने इस मामले में सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि प्रशासन ने प्रभावशाली लोगों के दबाव में शुरुआत में मामले को ठंडे बस्ते में डालने की कोशिश की। आम आदमी पार्टी ने कहा कि यह प्रकरण प्रदेश की बिगड़ती कानून-व्यवस्था का उदाहरण है। विपक्षी दलों का कहना है कि न्याय में देरी से जनता में सरकार के प्रति अविश्वास बढ़ रहा है। स्थानीय लोग भी मानते हैं कि यह प्रकरण न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि प्रशासनिक सुस्ती और राजनीतिक दबाव की हकीकत भी उजागर करता है। मृतक के परिजनों ने मांग की है कि सभी आरोपियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा मिले और उन्हें न्याय दिलाया जाए।