जनता की आवाज बनना हमारा धर्म और कर्तव्य है : स्वामी दीप्तानंद महाराज

उत्तराखंड प्रहरी संवाददाता, हरिद्वार। माँ काली अन्नपूर्णा तीर्थ धाम मठ मंदिर, पीली पड़ाव हरिद्वार के धर्माचार्य स्वामी दीप्तानंद महाराज आगामी विधायक की चुनाव में भाग लेने की तैयारियों मे अभी से जुट गये है। स्वामी दीप्तानंद महाराज का कहना है कि भ्रष्टाचारी नेताओं से परेशान जनता को देखकर बड़े ही दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि नेताओं का अतिक्रमण को देखकर धर्म आचार्यों को ही राजनीति सत्ता को संभालना सुनिश्चित करना होगा, तभी जाकर गरीब जनता का आवाज और धर्म नगरी हरिद्वार उत्तराखंड, विश्व विख्यात प्रचंड ख्याति को प्राप्त करने में सफलता प्राप्त कर पाएगा। उनका कहना यह भी है कि गरीब दिन पर दिन और गरीबी में ढलता, डूबता जा रहा है। आखिर इस अतिक्रमण को रोकने के लिए पूर्व प्राचीन की भांति राज सिंहासन पर विराजमान राजाओं के राजगुरु के रूप में विराजमान होने वाले सभी संत महात्माओं को ही राजनीतिक सत्ता को संभालना अति अनिवार्य होता जा रहा है। जिससे धर्म और धरोहर दोनों सुरक्षित हो पाए, आम जनता को हक प्राप्त हो। इसलिए स्वामी का नारा है- ‘सौगंध मुझे इस मिट्टी की धर्म नहीं मिटने दूंगा, मिटा दूंगा उन भ्रष्टाचारियों को राज्य नहीं झुकने दूंगा’ जनता की आवाज बनना हमारा धर्म और कर्तव्य है। स्वामी का कहना है कि गरीबी को दूर करना है तो अमीरों का जेब खाली करना होगा। सत्य का सामना करना होगा, कठोरता से न्याय की दृष्टि पवित्र करना होगा। जिससे आने वाले सत्तर साल बाद पूरा विश्व सनातन धर्म को स्वीकार करने में किसी भी प्रकार का संकोच नहीं करेगा खुशी पूर्वक हिंदू राष्ट्र संपूर्ण भारत के साथ-साथ पूरा विश्व स्वीकार करेगा।

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