धर्म संसद व हेट स्पीच मामले के प्रमुख स्वामी यति नरसिंहानंद ने अपना सार्वजनिक जीवन त्यागा !

संवाददाता सुरेंद्र सैनी हरिद्वार : 19 मई 2022

हेट स्पीच मामले से चर्चाओं में आये स्वामी यति नरसिंहानंद गिरी सामाजिक सपोर्ट न मिलने के कारण अब इतने आहत हो गए कि उन्होंने अपने सार्वजनिक जीवन को एकांकी बनाने का निर्णय ले लिया है।

वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के गुरु जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद गिरी ने प्रेस को जारी बयान में धर्म संसद और हर तरह के सामाजिक जीवन को छोड़कर पूरी तरह से धार्मिक जीवन जीने का ऐलान किया है।

आपको खबर आजतक की ओर से बता दें कि विगत दिसंबर माह में हरिद्वार के खड़खड़ी स्थित वेद निकेतन धाम में एक धर्म संसद का आयोजन किया गया था। जिसमे एक धर्म विशेष के खिलाफ जमकर भर्त्सना निकाली गई थी और जो पूरे विश्व मे चर्चा का विषय बन गयी थी। कानून द्वारा जिसका संज्ञान लेने के बाद दोषियों पर कार्यवाही की गई थी। जिसके बाद कुछ प्रमुख लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। उनमे स्वामी यति नरसिंहानंद गिरी का नाम प्रमुख था।

अब जमानत मिलने के बाद उन्होंने कहा कि इस पूरी लड़ाई में हिंदू समाज की जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के प्रति उदासीनता से खिन्न होकर उन्होंने अपने बचे हुए जीवन को मां और महादेव के महायज्ञ और योगेश्वर श्रीकृष्ण की श्रीमद्भगवद् गीता को समर्पित करने का संकल्प लिया है।

महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज स्वामी अमृतानंद, बालयोगी, ज्ञाननाथ महाराज व अपने साथियों के साथ हरिद्वार जेल पर जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी का स्वागत करने के लिए गए। वहां उन्होंने सम्मान व स्वाभिमान की इस लड़ाई में असफल रहने के लिए जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी से क्षमा प्रार्थना की और अपने शिष्यों और साथियों से कहा की अब वो अपना बचा हुआ जीवन केवल नवयुवकों को श्रीमद्भगवद् गीता पढ़ाने और धार्मिक कार्यों में लगायेगे।

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