महिलाओं को अपने अधिकारों का होना चाहिए ज्ञान : भारतीय जागरूकता समिति

हरिद्वार संवाददाता कालू वर्मा दिनांक 9 अक्टूबर 2022

आज भारतीय जागरूकता समिति द्वारा विद्या विहार एकादमी ज्वालापुर में महिला सुरक्षा से सम्बंधित एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमे समिति के सदस्यों ने अपनी सहभागीता दी गई गोष्ठी में मुख्य अतिथि एडिशनल एस पी रेलवे अरुणा भारती जी रही और गोष्ठी कि अध्यक्षता विजेन्द्र पालीवाल जी ने करी गोष्ठी में समिति के अध्यक्ष एम् हाई कोर्ट के अधिवक्ता ललित मिगलानी ने कहा कि महिलाओ को अपने अधिकारों का ज्ञान होना चाहिये लेकिन साथ ही साथ में उनको ये भी पता होना चाहिये कि अगर वो अपने अधिकारों का दुरुपयोग करती है तो उसकी सजा कानून में काफी कठोर है।

अरुणा भारती ने कहा कि समाज में जागरूकता जरुरी है महिला हो या पुरुष दोनों को कानून कि जानकारी होनी चाहिये उनको पुलिस के साथ मिलकर समाज कि बुरइयो से लड़ना हर वर्ग का कर्तव्य हैI ये अच्छी बात है कि लोग जागरूक हो रहे है और समाज को आगे बढ़ाने का काम कर रहे है लेकिन उनको ये नहीं भूलना चाहिये कि उनकी जिमेदारी और कर्तव्य क्या है किसी को भी कानून को तोड़ने का या गलत उपयोग करना का अधिकार कानून नहीं दिया जो ऐसा करता है वो कानून कि नजर में दोषी है।

विजेन्द्र पालीवाल जी ने सभी अतिथियौ का समिति कि और से धन्यवाद किया और समाज में एक नयी अलख जगाने का आगाज किया उन्होंने कहा महिला समाज कि धुरी है जिसके इर्दगिर्द समाज घूमता है महिला शक्ति है अनपूर्ण है तो वो काली भी है समाज को दिशा देने में उसका महत्पूर्ण योगदान हैI जागरूकता समाज में जरुरी है जो समय समय पर होनी चाहिए।


समिति कि विमेंस विंग कि अध्यक्ष शिवानी गोर ने कहा कि समाज में महिलाओ को जागरूक करना आवश्यक है समाज के हर वर्ग में महिओं को मजबूत करना होगा समाज में ये भी देखने में अ रहा है कि महिलाये अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर रही है जो काफी हद तक गलत है अंकिता हत्याकांड पर कहा कि अभि तक कि पुलिस कि कार्यवाही काफी सरहनीय है समाज को पूरी उमीद है कि सरकार और पुलिस मिलकर जल्द ही दोषियों को उचित सजा दिलाने में कामयाब होगी।


समिति कि विमेंस विंग कि सदस्य अर्चना शर्मा ने कहा कि जागरूकता के साथ संस्कार भी देना जरुरी है आज कि पीडी संस्कारो को भूलती जा रही है।

मीनाक्षी शर्मा प्रिंसिपल sd स्कूल ने कहा कि समाज में स्टेटस सिम्बल कि परम्परा को ख़तम करना होगा बच्चो को माँ बाप को अपना समय देना होगा न कि मोबाइल फोन उनको रिश्तो कि एहमियत का ज्ञान करना जरुरी है।

सुधा तिवारी ने कहा कि समाज का हर वर्ग आज काफी तेजी से आगे कि तरफ जा रहा ही जिसमे लगाम लगाना जरुरी हो गया हैI
रानी सिंह ने कहा कि आज के समय हमें बच्चो कि मनोदशा को समझना होगा।

अध्या मिगलानी ने कहा कि बड़ो को बच्चो पर अपनी बातो को थोपना नहीं चाहिये बल्कि बच्चो को समझ कर उनकी मनोदशा को भी समझना चाहिये।

सिद्धार्थ परधान ने कहा कि समाज में जो अब चलन चल रहा है उसको रोकना होगा अपनी भारतीय संस्कृति से आज के युग को बताना होगा।

संदीप खन्ना ने कहा आज के युग में सोशल साईट का चलन चल गया हर किसी को मोबाइल और नेट चाहिय्रे और वो उनके लिये एक स्टेटस सिम्बल है जो गलत हैi माँ बाप को इस और देखना चाहिये
अरुण पाठक जी ने भी कहा कि समाज एक उस मशीन कि तरह है जो महिला और पुरुष द्वारा संचालित होता हैI
विपुल गोयल, विनीत चौहान और पी के श्रीवास्तव जी ने भी अपने विचार रखे।

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