सुमित तिवारी मुख्य संपादक दिनांक 11 अगस्त 2023
-दिनदहाड़े इस घटना के होने पर चौतरफा हड़कंप मच गया था जिसने भी सुना वही इस केस की चर्चा कर रहा था
उत्तराखंड प्रहरी की खबर का संज्ञान लेते हुए एसएसपी हरिद्वार ने गठित टीमों को घटना के खुलासे के लिए 24 घंटे का वक्त दिया
-घटना घटित होने के पश्चात एजेंसी कर्मचारियों ने करीब 20 मिनट तक किसी से भी नही किया संपर्क
हरिद्वार। गुरुवार 10 को कोतवाली रानीपुर क्षेत्रान्तर्गत सेक्टर 2 के पास झपट्टा मारकर गोयल मनी ट्रांसफर एंड कंपनी के कर्मचारियों से 14.5 लाख रुपयों से भरा बैग लूटने की सनसनीखेज वारदात का खुलासा करते हुए हरिद्वार पुलिस टीम ने बैग लूटने वाले तीन संदिग्धों सहित चार आरोपियों को दबोचते हुए बैग सहित लूटी रकम बरामद करने में सफलता हासिल की है। हरिद्वार में दिनदहाड़े इस घटना के होने पर चौतरफा हड़कंप मच गया था जिसने भी सुना वही इस केस की चर्चा कर रहा था। इन सब कारणों से हरिद्वार पुलिस पर भी इस घटना के त्वरित खुलासे का भारी दबाव था लेकिन इन सबके बीच एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने शांत मन से पूरे मामले की स्वयं मॉनिटरिंग करते हुए गठित टीमों को घटना के खुलासे के लिए 24 घंटे का वक्त दिया। युद्ध स्तर पर पूरे जनपद व सिमांत बॉर्डर पर चलाए गए चैकिंग अभियान के बावजूद आरोपियों के हत्थे न चढ़ने पर पूरी वारदात व सूचना आगे देने वाले किरदारों को पूनः टटोलने पर एक महत्वपूर्ण तथ्य प्रकाश में आया कि कंर्ट्रोल रूम को सूचना देने वाली महिला पुलिस कर्मी को एजेंसी के कर्मचारी ने प्रारंभिक सूचना के तौर पर केवल इतना बताया था कि उसका बैग जिसमें उसके दस्तावेज व कुछ रुपए रखे थे को अज्ञात बाइक सवारों द्वारा छीना गया। एक महत्वपूर्ण तथ्य यह भी प्रकाश में आया कि एजेंसी कर्मचारियों द्वारा घटना घटित होने के पश्चात करीब 20 मिनट तक किसी से भी सम्पर्क नही किया गया और प्रारम्भिक सूचना देने के बाद मौके पर पहुंचे चेतक कर्मियों द्वारा गहनता से पूछताछ करने पर करीब 20 मिनट बाद कर्मचारी ने सही जानकारी देते हुए नगदी लूटे जाने सहित अन्य जानकारी दी गई।
घटनाक्रम में एजेंसी कर्मचारी राहुल त्यागी की भूमिका संदिग्ध प्रकट होने पर पुलिस टीम ने अलग-अलग एंगल से सख्ती के साथ पूछताछ करते हुए हर सवाल पर दिए गए जवाब को गहराई से परखा। क्रॉस एग्जामिनेशन में अपने ही बताए तथ्यों में उलझने के पश्चात आखिरकार आरोपी ने सारे घटनाक्रम में अपनी भूमिका व अन्य किरदारों से पर्दा उठाया।
गोयल मनीट्रांसफर में बतौर कैश लोडर कार्यरत राहुल त्यागी गोयल मनीट्रांसफर के पैसे बैंक से खुद ही लाता था। अपने एक दोस्त मोनू पाल से काम के सिलसिले में हुई बातचीत के दौरान दोनों ने रकम को लूटने का प्लान बनाया और फिर मोनू पाल ने अपने दोस्तों सोमितपाल और सागर को अपनी योजना में शामिल किया।
राहुल त्यागी ने फेसबुक मैसेन्जर के माध्यम से मोनू को दी सूचना
गुरुवार को राहुल त्यागी अपने सहकर्मी गौरव के साथ बन्धन बैंक ज्वालापुर से गोयल मनी ट्रांसफर के 14 लाख 50 हजार रूपये नगद लेकर निकला तो योजना के मुताबिक राहुल त्यागी ने फेसबुक मैसेन्जर के माध्यम से मोनू को सूचना दी। जब कर्मचारी गुरूद्वारा सेक्टर 2 पर पहुंचे तो बाइक पर सवार मोनू पाल, सोमितपाल व सागर उक्त पैसो का बैग छीनकर भाग गये।
पुलिस ने आरोपियों को मुजफ्फरनगर से किया गिरफ्तार
पुलिस टीम ने राहुत त्यागी को हिरासत में लेकर उसकी निशांदेही पर घटना में शामिल अन्य आरोपियों मोनू पाल, सोमितपाल व सागर को तलाशते हुए शुक्रवार को महिपालपुर दिल्ली पहुंची तो सीसीटीवी फुटेज में आरोपी एक होटल में जाते दिखाई दिये। सम्बन्धित होटल में जाकर पूछताछ करने पर पता चला कि आरोपी समय करीब 4.30 बजे चैक आउट कर कहीं और जा चुके हैं। टीम ने पुनः प्रयास करते हुए आखिरकार आरोपियों को मुजफ्फरनगर से दबोचकर उनके कब्जे से लूटी गई रकम में से कुल 13 लाख 60 हजार रूपये बरामद किये। शेष रकम को आरोपियों द्वारा खर्च किए जाने की जानकारी मिली है।